RBI ने कहा, यह 3 बैंक सबसे ज्यादा सुरक्षित है, इन बैंक में जमा करें पैसा
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RBI का वादा! यह 3 बैंक सबसे ज्यादा सुरक्षित है, इन बैंक में जमा करें पैसा

आज के समय में बैंक खाता (Bank Account) हर किसी का होना जरूरी है। क्योंकि सरकार ने जनधन खाता योजना चलाकर हर व्यक्ति को बैंक से जोड़ दिया है। हाल ही में ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश में 45 करोड़ लोगें के बैंक खाते खुल चुके हैं। वहीं आज के समय में साइबर क्राइम से जुड़े मामले भी बढ़ रहे हैं। जिससे आम लोगों को बैंक से पैसे निकलने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। RBI ने हाल ही में बताया है कि अगर आपके खाते जिन बैंकों में है क्या वो सुरक्षित है। RBI के अनुसार ये तीन बैंक आपके लिए सुरक्षित है-

 
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नई दिल्ली : हम में से अधिकत्तर लोग अपने मेहनत की कमाई बैंकों में जमा करते हैं ताकि समय पर यह पैसा काम आएगा।  कभी-कभी होता ऐसा है कि बैंक ही डूब जाता है।  ऐसे में जमाकर्ता की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। 

ऐसे में कहा जाता है कि लोगों को अपना पैसा जमा करने से पहले देखना चाहिए कि सामने वाला बैंक सुरक्षित है या फिर नहीं।  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसी साल की शुरूआत में डोमेस्टिक सिस्‍टमिकली इम्‍पॉर्टेंट बैंक (Domestic Systemically Important Banks/D-SIBs) के नाम से एक सूची जारी की है यानी कि घरेलू सिस्टम के लिए अहम बैंक हैं। केंद्रीय बैंक की इस लिस्ट में देश के सबसे सुरक्षित बैंकों के नाम शामिल किए गए हैं। 


आरबीआई द्वारा जारी की गई सबसे सुरक्षित बैंकों की सूची में एक सरकारी और 2 प्राइवेट बैंकों के नाम शामिल हैं।  इसमें एक पब्लिक सेक्टर का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नाम है और इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर के 2 बैंक इस लिस्ट में शामिल हैं।  इनमें एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का नाम शामिल हैं।

अहम बदलाव ये हुआ है कि आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) की स्थिति में बदलाव नहीं हुआ है लेकिन बाकी दोनों बैंक का लेवल बढ़ा है यानी और हाई बकेट में चले गए हैं।  दरअसल, घरेलू सिस्टम के लिए अहम बैंकों को एडीशनल कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET1) मेंटेन करना होता है। 

रिजर्व बैंक के बयान के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को रिस्क-वेटेड एसेट्स के फीसदी के रूप में अतिरिक्त 0.80 फीसदी CET1 के रूप में रखना होगा. वहीं एचडीएफसी बैंक को अतिरिक्त 0.40 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक को अतिरिक्त 0.20 फीसदी मेंटेन करना होगा। हालांकि ये लेवल 1 अप्रैल 2025 से मेंटेन करना है।  अभी स्टेट बैंक के लिए यह सरचार्ज 0.60 फीसदी और एचडीएफसी बैंक (HDFC) के लिए 0.20 फीसदी है।


 

ये ऐसे बैंक होते हैं जो सिस्टम के लिए इतने महत्वपूर्ण होते हैं कि जिनके डूबने पर पूरे फाइनेंशियल सिस्टम को झटका लग सकता है और अस्थिरता आ सकती है। इस प्रकार के बैंकों इतने महत्वपूर्ण हैं कि इन्हें कुछ हुआ तो खुद सरकार इन्हें बचाने की कोशिश  करेगी। 

 

बैंक में जमा आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। मान लीजिए किसी बैंक में चोरी या डकैती हो गई अथवा किसी आपदा में नुकसान हो गया तो बैंक आपके पूरे पैसों की कोई गारंटी नहीं देता है। 

ऐसे में यह जानना और जरूरी हो जाता है कि बैंकों पर आखिर कितनी रकम लौटाने की जिम्‍मेदारी होती है। आपको इससे ज्यादा पैसे नहीं दिए जाएंगे। भले ही आपने खाते में कितनी भी रकम जमा क्‍यों न हो।

हम आपको बातदें कि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन एक्ट 1961 की धारा 16 (1) के तहत बैंक में किसी भी रूप में जमा आपके पैसों पर सिर्फ 5 लाख रुपये तक ही गारंटी होती है। इससे ज्‍यादा का पैसा जमा है तो बैंक का नुकसान होने की स्थिति में आपका पैसा डूब जाएगा। 

रिजर्व बैंक (RBI) का डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) आपके जमा पैसों की गारंटी लेता है, लेकिन ध्‍यान रहे कि यह पैसा किसी भी सूरत में 5 लाख से अधिक न हो।

ऐसा नहीं है कि एक बैंक ही आपकी 5 लाख तक की रकम की गारंटी देता है। आपके अलग-अलग खाते में कितना भी पैसा जमा हो, सब मिलाकर उस पर 5 लाख तक की ही गारंटी मिलेगी।  भले यह पैसा आप सेविंग अकाउंट में रखें या चालू खाते में इसके आलवा चाहे एफडी कराई हो। कुल मिलाकर आपको 5 लाख रुपये लौटाने के लिए ही बैंक बाध्‍य होंगे।